सूर्यकुमार यादव ने तिलक वर्मा को लेकर जो अहम फ़ैसला लिया, उसने न सिर्फ उनकी बल्लेबाज़ी को नयापन दिया, बल्कि टीम की रणनीति और खेल के परिणाम को भी पूरी तरह से बदल दिया। तिलक वर्मा, जो पहले कुछ समय तक अपनी फॉर्म को लेकर संघर्ष कर रहे थे, को सूर्यकुमार यादव ने एक प्रमुख बल्लेबाज़ के रूप में मौका दिया।
इस फ़ैसले के पीछे सूर्यकुमार का मानना था कि तिलक में बहुत ज़्यादा संभावनाएं हैं और उनका समर्थन करने से वह अपनी पूरी क्षमता को दिखा सकते हैं। तिलक वर्मा ने भी इस विश्वास का सही जवाब दिया और अपनी आक्रामक बैटिंग से मैदान पर धमाल मचाया। उनकी शतकीय पारियों और महत्वपूर्ण योगदानों ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
सूर्यकुमार यादव के इस फ़ैसले ने न सिर्फ तिलक वर्मा को आत्मविश्वास दिया, बल्कि पूरे टीम के मानसिकता को भी सकारात्मक दिशा में मोड़ा। उनका ये कदम टीम के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ, जिससे न केवल तिलक की बल्लेबाज़ी में सुधार आया, बल्कि टीम की सामूहिक प्रदर्शन में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला। इस फ़ैसले के बाद, खेल का परिणाम पूरी तरह से बदल गया और टीम को कई अहम मैचों में जीत मिली।